Shri Vardhman Shikshan Samiti, Beawar

Shri Vardhman Shikshan Samiti, Beawar is registered (No. 39/Ajmer/1991-92) under the Section 28 of the Rajasthan Society Registration Act 1958 on 27 January 1992 with the aim of empowering women and children through formal and informal education.

Establishments
Higher Education:
Shri Vardhman Kanya P.G. Mahavidyalaya
School Education:
1. Bhanwar Lal Gothi Public Sr. Sec. School
2. Vardhman International School
3. Narsingh Agrasen Jain Vidyapeeth
4. Vardhman Sports Academy


Welcome to Shri Vardhman Shikshan Samiti, Beawar

LATEST UPDATE NEWS
  • NEWS
    एक अभिभावक की कलम से ....... " श्री वर्द्धमान शिक्षण सेवा समिति , ब्यावर " अपने जीवन का सातवां दशक पूर्ण करने की तिथि 02 फरवरी 2023 को ब्यावर शहर के सर्वोत्कृष्ट शिक्षण संस्थान श्री वर्द्धमान स्नातकोत्तर महाविद्यालय के भ्रमण ने मेरे जन्म दिन को अत्यन्त सुखद और अविस्मरणीय बना दिया । श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति के मंत्री महोदय डॉ. नरेंद्र जी पारख के स्नेहिल और विनम्र आमंत्रण को स्वीकार कर गौरवान्वित हुआ। उनके द्वारा किए गए हार्दिक अभिनंदन और स्मृति चिन्ह के साथ महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका " स्मारिका " पाकर अभिभूत हो गया। अल्पाहार के उपरान्त महाविद्यालय परिसर और अत्याकर्षक गगनचुंबी महाविद्यालय भवन देखने का प्रथम सुअवसर प्राप्त हुआ । महाविद्यालय भ्रमण के दौरान माननीय पारख साहब ने एक सफल और दक्ष गाइड (मार्गदर्शक ) की भूमिका का निर्वहन करते हुए महाविद्यालय का सम्पूर्ण अवलोकन करवा दिया । यहां के कल्पनातीत सुसज्जित कक्षा कक्ष और आधुनिक प्रयोगशालाएं बरबस ध्यान आकर्षित कर लेती है। व्यावसायिक और विज्ञान वर्ग के पाठ्यक्रमों की प्रयोगशालाओं में व्यवस्थित रूप से सजाए गए उपकरण , यंत्र और अन्य सामग्री देखकर ऐसी अनुभूति हुई मानो मैं किसी कल्पना लोक में विचरण कर रहा हूं । विज्ञान संकाय की एक प्रयोग शाला में रखी छात्राओं की प्रायोगिक पुस्तिकाओं का अवलोकन करने पर उनका स्वच्छ और सुंदर लेखन कार्य देखकर अपने विज्ञान के विद्यार्थी काल की स्मृति हो आई। कंप्यूटर प्रयोगशाला में विद्यार्थियों की संख्या के अनुरूप सुसज्जित कंप्यूटर्स देखकर प्रभावी कंप्यूटर प्रशिक्षण की अनुभूति हुई। अत्याधुनिक मानदंडों के अनुरूप सजी हुई यह प्रयोगशाला वैज्ञानिक परिवेश का एहसास करा देती है। विभिन्न विषयों के सैद्धांतिक शिक्षण हेतु भी प्रयोगशालाओं में विशाल और आकर्षक श्यामपट्ट स्थापित किये गये हैं जिन पर अंकित की जाने वाली शैक्षिक सामग्री को प्रत्येक विद्यार्थी आसानी से देखकर अपनी अभ्यास पुस्तिका में नोट कर सकता है। व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत टेलरिंग , ब्यूटी पार्लर (मेकअप आर्ट)और गारमेंट्स डिजाइनिंग की सुसज्जित प्रयोगशालाओं और विद्यार्थियों द्वारा संपादित प्रायोगिक कार्यों को देखकर लगा कि श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति राष्ट्र की युवा पीढ़ी को स्वरोजगार स्थापित करने का कुशल प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के अपने पवित्र लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए दृढसंकल्पित है। प्रदेश में न्यूनतम व्यावसायिक शिक्षण शुल्क के साथ विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण देते हुए यह संस्थान राज्य के शीर्षस्थ महाविद्यालय का स्थान प्राप्त करने की दिशा में निरंतर अग्रसर है। संगीत विषय के प्रशिक्षण की दिशा में शिक्षण समिति इसी भवन में एक कक्ष को विभिन्न वाद्य यंत्रों के साथ सुसज्जित करने के अपने संकल्प को पूरा करने की दिशा में अग्रसर है ।महाविद्यालय के विशाल पुस्तकालय को और भी अधिक सुसज्जित और आकर्षक बनाने की दिशा में कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है ।भवन के किसी भी तल पर पहुंचने के लिए पर्याप्त संख्या मे लिफ्ट्स स्थापित की गई है। विशाल भवन और विद्यार्थियों की सुरक्षा की दृष्टि से भवन में विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त संख्या में सी .सी .टी. वी. कैमरे स्थापित किये गये हैं । डॉ.पारख साहब के साथ सौहाद्रपूर्ण वार्तालाप के दौरान जानकारी मिली कि महाविद्यालय परिसर में ही स्थित नवनिर्मित भवन के शीर्षस्थ तल पर इनडोर गेम्स के लिए विशाल डोम तैयार किया गया है। इसी भवन के भूमिगत तल पर विद्यार्थियों के दुपहिया वाहनों के लिए सुव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था की गई है। महाविद्यालय परिसर में स्थित उद्यान के हरे भरे पेड़ पौधे , उद्यान की हरी भरी दूब और आकर्षक फूलों की क्यारियां स्वस्थ वातावरण का निर्माण करने में महती भूमिका का निर्वहन कर रही हैं। संस्थान में प्रवेश करने के बाद विद्यार्थी किसी भी तरह से अपने आप को बोझिल महसूस नहीं करते हैं । श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति के पदाधिकारियों श्री शांति लाल जी नाबरिया (अध्यक्ष) , डॉ.श्री नरेंद्र जी पारख (मंत्री )और श्री रमेश चंद जी मेडतवाल (कोषाध्यक्ष) के कुशल प्रबंधन में समिति की चारों इकाईयां क्रमशः श्री वर्द्धमान स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय , श्री बी.एल.गोठी पब्लिक सीनियर सैकंडरी स्कूल (सहशैक्षिक) , श्री वर्द्धमान इंटरनेशनल स्कूल (वर्द्धमान रूट्स) और श्री नृसिंह अग्रसेन जैन विद्यापीठ ( संपूर्ण संचालन का दायित्व) उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए सफलता के नये-नये कीर्तिमान स्थापित करते जा रहे हैं। समिति का प्रबंधन कार्यालय महाविद्यालय भवन में ही स्थित है जहां समय समय पर संस्थाओं के उन्नयन के लिए गहन विचार विमर्श कर समुचित एवं प्रभावी निर्णय लिए जाते हैं। संस्था के उन्नयन हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करने वाले भामाशाहों का बहुमान अभिनंदन वार्षिकोत्सव अथवा राष्ट्रीय पर्वों के सुअवसर पर किया जाता है। समिति की सभी इकाइयों में विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक और सहशैक्षणिक प्रवृतियों का संचालन नियमित और प्रभावी रूप से किया जा रहा है। कुशल , अनुभवी और चरित्रवान शिक्षक गण समर्पित भाव से अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करते हैं और प्रत्येक माह की 03 तारीख को निश्चित रूप से अपना नियत वेतन भी प्राप्त कर लेते हैं। इस प्रकार प्रबंधन समिति अपने सामाजिक सरोकार का निर्वहन करते हुए लगभग 200 कर्मचारियों को सम्मानित रोजगार भी उपलब्ध करवा रही है । वर्द्धमान शिक्षण समिति न केवल संस्कारयुक्त शिक्षा के लिए अपितु विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए भी कृतसंकल्पित है। आर्थिक रूप से कमजोर और प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए समिति की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। ग्रीष्मावकाश के दौरान स्थानीय महिलाओं के लिए निशुल्क कक्षाओं के अंतर्गत सिलाई , स्पोकन इंग्लिश , कंप्यूटर , धर्म ज्ञान दर्शन , योग और ध्यान , नृत्य एवं संगीत के प्रशिक्षण आयोजित किये जाते है। शहर के अभिभावकों से मेरा विनम्र आग्रह रहेगा कि इंटरनेशनल एक्रिडियेशन ऑर्गेनाइजेशन (IAO) द्वारा मान्यता प्राप्त और अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों की सूची में शामिल श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति द्वारा ब्यावर शहर में संचालित की जा रही सभी इकाइयों का भ्रमण एक बार अवश्य करें । मुझे विश्वास है कि समिति की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं से आप प्रभावित हुए बिना नहीं रहेंगे और आपको अपने बालकों का करियर (जीवन वृति) सुनिश्चित करने में एक उपयुक्त मंजिल नजर आएगी। यह अभिव्यक्ति देते हुए मैं सचमुच गौरवान्वित हूं कि मेरी संस्कारवान और धर्मपरायण पुत्रवधू श्रीमती कनुप्रिया शर्मा (वैष्णव) संस्कारयुक्त् शिक्षा प्रदान करने वाले श्री वर्धमान कन्या महाविद्यालय की ही भूतपूर्व छात्रा रही है और यहीं से उसने एम. ए. (हिंदी साहित्य ) की उपाधि प्राप्त की है तथा मेरा सुपौत्र वासुदेव वैष्णव , श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति के द्वारा संचालित श्री बी.एल.गोठी पब्लिक सीनियर सैकंडरी स्कूल (अंग्रेजी माध्यम ) में कक्षा छः का नियमित विद्यार्थी है। शिक्षा प्रदान करने के कर्म को एक व्यवसाय के रूप में न अपनाकर एक पवित्र कर्म के रूप में अपनाने वाली श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति का अंतर्मन से अनन्त आभार और इसके उज्ज्वल भविष्य की अनन्त हार्दिक शुभकामनाओं के साथ मदन वैष्णव " शकुंत " (सेवा निवृत प्राध्यापक अंग्रेजी ) एवं (जर्नलिस्ट , सदस्य प्रेस क्लब अजमेर ) बी. एस सी., एम.ए.(अंग्रेजी , हिन्दी साहित्य), एम.एड., बी.जे.एम.सी. 52 , महावीर कॉलोनी नीलकंठ महादेव रोड ब्यावर (अजमेर )

  • NEWS:-
    एक अभिभावक की कलम से ....... " श्री वर्द्धमान शिक्षण सेवा समिति , ब्यावर " अपने जीवन का सातवां दशक पूर्ण करने की तिथि 02 फरवरी 2023 को ब्यावर शहर के सर्वोत्कृष्ट शिक्षण संस्थान श्री वर्द्धमान स्नातकोत्तर महाविद्यालय के भ्रमण ने मेरे जन्म दिन को अत्यन्त सुखद और अविस्मरणीय बना दिया । श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति के मंत्री महोदय डॉ. नरेंद्र जी पारख के स्नेहिल और विनम्र आमंत्रण को स्वीकार कर गौरवान्वित हुआ। उनके द्वारा किए गए हार्दिक अभिनंदन और स्मृति चिन्ह के साथ महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका " स्मारिका " पाकर अभिभूत हो गया। अल्पाहार के उपरान्त महाविद्यालय परिसर और अत्याकर्षक गगनचुंबी महाविद्यालय भवन देखने का प्रथम सुअवसर प्राप्त हुआ । महाविद्यालय भ्रमण के दौरान माननीय पारख साहब ने एक सफल और दक्ष गाइड (मार्गदर्शक ) की भूमिका का निर्वहन करते हुए महाविद्यालय का सम्पूर्ण अवलोकन करवा दिया । यहां के कल्पनातीत सुसज्जित कक्षा कक्ष और आधुनिक प्रयोगशालाएं बरबस ध्यान आकर्षित कर लेती है। व्यावसायिक और विज्ञान वर्ग के पाठ्यक्रमों की प्रयोगशालाओं में व्यवस्थित रूप से सजाए गए उपकरण , यंत्र और अन्य सामग्री देखकर ऐसी अनुभूति हुई मानो मैं किसी कल्पना लोक में विचरण कर रहा हूं । विज्ञान संकाय की एक प्रयोग शाला में रखी छात्राओं की प्रायोगिक पुस्तिकाओं का अवलोकन करने पर उनका स्वच्छ और सुंदर लेखन कार्य देखकर अपने विज्ञान के विद्यार्थी काल की स्मृति हो आई। कंप्यूटर प्रयोगशाला में विद्यार्थियों की संख्या के अनुरूप सुसज्जित कंप्यूटर्स देखकर प्रभावी कंप्यूटर प्रशिक्षण की अनुभूति हुई। अत्याधुनिक मानदंडों के अनुरूप सजी हुई यह प्रयोगशाला वैज्ञानिक परिवेश का एहसास करा देती है। विभिन्न विषयों के सैद्धांतिक शिक्षण हेतु भी प्रयोगशालाओं में विशाल और आकर्षक श्यामपट्ट स्थापित किये गये हैं जिन पर अंकित की जाने वाली शैक्षिक सामग्री को प्रत्येक विद्यार्थी आसानी से देखकर अपनी अभ्यास पुस्तिका में नोट कर सकता है। व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत टेलरिंग , ब्यूटी पार्लर (मेकअप आर्ट)और गारमेंट्स डिजाइनिंग की सुसज्जित प्रयोगशालाओं और विद्यार्थियों द्वारा संपादित प्रायोगिक कार्यों को देखकर लगा कि श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति राष्ट्र की युवा पीढ़ी को स्वरोजगार स्थापित करने का कुशल प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के अपने पवित्र लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए दृढसंकल्पित है। प्रदेश में न्यूनतम व्यावसायिक शिक्षण शुल्क के साथ विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण देते हुए यह संस्थान राज्य के शीर्षस्थ महाविद्यालय का स्थान प्राप्त करने की दिशा में निरंतर अग्रसर है। संगीत विषय के प्रशिक्षण की दिशा में शिक्षण समिति इसी भवन में एक कक्ष को विभिन्न वाद्य यंत्रों के साथ सुसज्जित करने के अपने संकल्प को पूरा करने की दिशा में अग्रसर है ।महाविद्यालय के विशाल पुस्तकालय को और भी अधिक सुसज्जित और आकर्षक बनाने की दिशा में कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है ।भवन के किसी भी तल पर पहुंचने के लिए पर्याप्त संख्या मे लिफ्ट्स स्थापित की गई है। विशाल भवन और विद्यार्थियों की सुरक्षा की दृष्टि से भवन में विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त संख्या में सी .सी .टी. वी. कैमरे स्थापित किये गये हैं । डॉ.पारख साहब के साथ सौहाद्रपूर्ण वार्तालाप के दौरान जानकारी मिली कि महाविद्यालय परिसर में ही स्थित नवनिर्मित भवन के शीर्षस्थ तल पर इनडोर गेम्स के लिए विशाल डोम तैयार किया गया है। इसी भवन के भूमिगत तल पर विद्यार्थियों के दुपहिया वाहनों के लिए सुव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था की गई है। महाविद्यालय परिसर में स्थित उद्यान के हरे भरे पेड़ पौधे , उद्यान की हरी भरी दूब और आकर्षक फूलों की क्यारियां स्वस्थ वातावरण का निर्माण करने में महती भूमिका का निर्वहन कर रही हैं। संस्थान में प्रवेश करने के बाद विद्यार्थी किसी भी तरह से अपने आप को बोझिल महसूस नहीं करते हैं । श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति के पदाधिकारियों श्री शांति लाल जी नाबरिया (अध्यक्ष) , डॉ.श्री नरेंद्र जी पारख (मंत्री )और श्री रमेश चंद जी मेडतवाल (कोषाध्यक्ष) के कुशल प्रबंधन में समिति की चारों इकाईयां क्रमशः श्री वर्द्धमान स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय , श्री बी.एल.गोठी पब्लिक सीनियर सैकंडरी स्कूल (सहशैक्षिक) , श्री वर्द्धमान इंटरनेशनल स्कूल (वर्द्धमान रूट्स) और श्री नृसिंह अग्रसेन जैन विद्यापीठ ( संपूर्ण संचालन का दायित्व) उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए सफलता के नये-नये कीर्तिमान स्थापित करते जा रहे हैं। समिति का प्रबंधन कार्यालय महाविद्यालय भवन में ही स्थित है जहां समय समय पर संस्थाओं के उन्नयन के लिए गहन विचार विमर्श कर समुचित एवं प्रभावी निर्णय लिए जाते हैं। संस्था के उन्नयन हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करने वाले भामाशाहों का बहुमान अभिनंदन वार्षिकोत्सव अथवा राष्ट्रीय पर्वों के सुअवसर पर किया जाता है। समिति की सभी इकाइयों में विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक और सहशैक्षणिक प्रवृतियों का संचालन नियमित और प्रभावी रूप से किया जा रहा है। कुशल , अनुभवी और चरित्रवान शिक्षक गण समर्पित भाव से अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करते हैं और प्रत्येक माह की 03 तारीख को निश्चित रूप से अपना नियत वेतन भी प्राप्त कर लेते हैं। इस प्रकार प्रबंधन समिति अपने सामाजिक सरोकार का निर्वहन करते हुए लगभग 200 कर्मचारियों को सम्मानित रोजगार भी उपलब्ध करवा रही है । वर्द्धमान शिक्षण समिति न केवल संस्कारयुक्त शिक्षा के लिए अपितु विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए भी कृतसंकल्पित है। आर्थिक रूप से कमजोर और प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए समिति की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। ग्रीष्मावकाश के दौरान स्थानीय महिलाओं के लिए निशुल्क कक्षाओं के अंतर्गत सिलाई , स्पोकन इंग्लिश , कंप्यूटर , धर्म ज्ञान दर्शन , योग और ध्यान , नृत्य एवं संगीत के प्रशिक्षण आयोजित किये जाते है। शहर के अभिभावकों से मेरा विनम्र आग्रह रहेगा कि इंटरनेशनल एक्रिडियेशन ऑर्गेनाइजेशन (IAO) द्वारा मान्यता प्राप्त और अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों की सूची में शामिल श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति द्वारा ब्यावर शहर में संचालित की जा रही सभी इकाइयों का भ्रमण एक बार अवश्य करें । मुझे विश्वास है कि समिति की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं से आप प्रभावित हुए बिना नहीं रहेंगे और आपको अपने बालकों का करियर (जीवन वृति) सुनिश्चित करने में एक उपयुक्त मंजिल नजर आएगी। यह अभिव्यक्ति देते हुए मैं सचमुच गौरवान्वित हूं कि मेरी संस्कारवान और धर्मपरायण पुत्रवधू श्रीमती कनुप्रिया शर्मा (वैष्णव) संस्कारयुक्त् शिक्षा प्रदान करने वाले श्री वर्धमान कन्या महाविद्यालय की ही भूतपूर्व छात्रा रही है और यहीं से उसने एम. ए. (हिंदी साहित्य ) की उपाधि प्राप्त की है तथा मेरा सुपौत्र वासुदेव वैष्णव , श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति के द्वारा संचालित श्री बी.एल.गोठी पब्लिक सीनियर सैकंडरी स्कूल (अंग्रेजी माध्यम ) में कक्षा छः का नियमित विद्यार्थी है। शिक्षा प्रदान करने के कर्म को एक व्यवसाय के रूप में न अपनाकर एक पवित्र कर्म के रूप में अपनाने वाली श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति का अंतर्मन से अनन्त आभार और इसके उज्ज्वल भविष्य की अनन्त हार्दिक शुभकामनाओं के साथ मदन वैष्णव " शकुंत " (सेवा निवृत प्राध्यापक अंग्रेजी ) एवं (जर्नलिस्ट , सदस्य प्रेस क्लब अजमेर ) बी. एस सी., एम.ए.(अंग्रेजी , हिन्दी साहित्य), एम.एड., बी.जे.एम.सी. 52 , महावीर कॉलोनी नीलकंठ महादेव रोड ब्यावर (अजमेर )